"आँधियों सा जनून" - Poem by Abhansh Srivastava 💙🤍 [Wrote On: 27th December, 2025]
दिल है टूटा मेरा
मैं इश्क़ जलाकर आ गया
हर धड़कन है बेक़ौफ़ मेरी
साँसों में है उड़ाने की आश मेरी
मैं हौसलों से राह बनाने आ गया
ना तो कारवाँ की तलाश है
ना तो हमसफ़र की तलाश है
टूटे दिल की बेज़ुबानियत में
आँधियों का जनून है
टूटी उम्मीदें… काँच की तरह
चुब गई तो क्या… अब देखा जाएगा
तेज़ है आँखें… बाज़ की तरह
मुस्किलें हैं तो क्या… अब देखा जाएगा
जज़्बा है दिल में… आँधियों की तरह
राह नहीं तो क्या… दीवारें तोड़ा जाएगा
अकेला हूँ यहाँ… शेर की तरह
हमसफ़र नहीं तो क्या… अब देखा जाएगा
ना तो कारवाँ की तलाश है
ना तो हमसफ़र की तलाश है
टूटे दिल की बेज़ुबानियत में
बस आँधियों सा जनून है
~ अभांश श्रीवास्तव 💙🤍
(⭐️नज़्म का नाम: आँधियों सा जनून)
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